C-DOT’s TRINETRA | Legacy IAS Academy


प्रसंग:

हाल ही में, भारत सरकार के संचार राज्य मंत्री ने नई दिल्ली में सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ टेलीमैटिक्स (C-DOT) परिसर में TRINETRA सुरक्षा प्रणाली लॉन्च की।

प्रासंगिकता:

जीएस III: सुरक्षा चुनौतियाँ

लेख के आयाम:

  1. सी-डॉट का त्रिनेत्र
  2. टेलीमैटिक्स विकास केंद्र (सी-डॉट) के बारे में मुख्य तथ्य

सी-डॉट का त्रिनेत्र

  • एकीकृत सुरक्षा समाधान: सी-डॉट का ट्रिनेट्रा विभिन्न सुरक्षा प्रणालियों का एक व्यापक समामेलन है, जिसमें शामिल हैं:
    • सुरक्षा सूचना और इवेंट प्रबंधन (SIEM)
    • सुरक्षा व्यवस्था और स्वचालित प्रतिक्रिया (SOAR)
    • डेटा हानि निवारण (डीएलपी)
    • उपयोगकर्ता इकाई और व्यवहार विश्लेषण (यूईबीए)
    • मल्टी-सोर्स थ्रेट इंटेलिजेंस, और भी बहुत कुछ।
  • साइबर सुरक्षा स्थिति: साइबर सुरक्षा परिदृश्य में 24×7 वास्तविक समय पर कार्रवाई योग्य अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
  • खतरे का पता लगाना और समाधान: वायरस, मैलवेयर, रैनसमवेयर, स्पाइवेयर और अन्य से जुड़े साइबर खतरों की पहचान और समाधान की सुविधा प्रदान करता है।
  • समापन बिंदु सुरक्षा: भेद्यता का पता लगाने, विश्लेषण और शमन के माध्यम से पीसी, लैपटॉप, सर्वर और वर्चुअल मशीन जैसी आईटी संपत्तियों की सुरक्षा करता है। साइबर खतरों के लिए एआई-सक्षम स्वचालित प्रतिक्रियाएँ लागू करता है।
  • संवेदनशील डेटा सुरक्षा: संचालन के दौरान संवेदनशील डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
  • सरकारी क्षेत्र फोकस: मुख्य रूप से विभिन्न सरकारी विभागों के महत्वपूर्ण डिजिटल बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किया गया है।
  • अनुकूली रक्षा: उभरते और गतिशील साइबर खतरे के परिदृश्य का प्रतिकार करने के लिए सुसज्जित।

टेलीमैटिक्स विकास केंद्र (सी-डॉट) के बारे में मुख्य तथ्य:

  • भूमिका और संबद्धता: सी-डॉट भारत सरकार के संचार मंत्रालय के हिस्से, दूरसंचार विभाग के तहत प्रमुख अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) केंद्र के रूप में कार्य करता है।
  • विविध दूरसंचार प्रौद्योगिकियाँ: सी-डॉट अत्याधुनिक दूरसंचार प्रौद्योगिकियों में अपने योगदान के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें 4जी/5जी, आपदा प्रबंधन, साइबर सुरक्षा और क्वांटम संचार जैसे डोमेन शामिल हैं।
  • स्थापना: सी-डॉट की स्थापना 1984 में दूरसंचार विभाग के तहत संचालित एक स्वायत्त दूरसंचार अनुसंधान एवं विकास संस्थान के रूप में की गई थी।
  • कानूनी स्थिति: यह सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के अनुसार एक पंजीकृत सोसायटी के रूप में कार्य करता है।
  • मान्यता: सी-डॉट को भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) के तहत एक ‘सार्वजनिक वित्त पोषित अनुसंधान संस्थान’ के रूप में मान्यता प्राप्त है।
  • जगह: C-DOT का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।

-स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस, पीआईबी




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